Features
(14 साल की उम्र से केबीसी में आने का सपना देख रहे सनोज राज, अंततः 26 साल की उम्र मे बन गए केबीसी 11वां सीजन के पहले करोड़पति।)
एक करोड़ के जिस सवाल ने बदल दी सनोज की जिंदगी, आइए जानते हैं क्या था वह सवाल- "भारत के किस मुख्य न्यायाधीश के पिता भारत के एक राज्य के मुख्यमंत्री रहे थे?" विकल्प:
A: जस्टिस रंजन गोगोई
B: जस्टिस दीपक मिश्रा
C: जस्टिस टीएस ठाकुर
D: न्यायमूर्ति रंगनाथ मिश्रा
सनोज अपनी अंतिम लाइफलाइन का इस्तेमाल करते हुए इसका सही जवाब "जस्टिस रंजन गोगोई" देकर एक करोड़ की धनराशि जीत गए और इसी के साथ वे केबीसी 11वे सीजन के पहले करोड़पति भी बन गए।
14 वर्ष की उम्र से ही केबीसी जीतने की इच्छा रखते हुए सनोज ने चार साल इंतजार किया ताकि वह 18 वर्ष के हो (केवल 18 वर्ष से अधिक उम्र वाले ही केबीसी में भाग ले सकते हैं) । 18 वर्ष के बाद उन्होंने लगभग छह: से सात वर्ष तक केबीसी में आने के लिए कोशिश और मेहनत की, अंततः वह केबीसी 11वे सीजन के प्रतियोगी बन गए।
सनोज राज जहानाबाद (बिहार) के एक किसान परिवार से है। उन्होंने तीन साल पहले कंप्यूटर विज्ञान में अपनी इंजीनियरिंग की डिग्री पूरी की। अब वे सिविल सर्विस की परीक्षा के लिए तैयारी कर रहे हैं, क्योंकि उनका लक्ष्य आईएएस (इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस) अधिकारी बनना है।
"मुझे लगा कि मेरी तैयारी (सिविल्स के लिए) केबीसी में भी मेरी मदद करेगी," सनोज ने एक इंटरव्यू के दौरान एन.एस.ओजे. को बताया।
जब एक करोड़ का सवाल पूछा गया, तब जवाब पता होते हुए भी उन्होंने अपनी आखिरी लाइफलाइन “आस्क द एक्सपर्ट” का इस्तेमाल किया था। केबीसी के होस्ट अमिताभ बच्चन जी (बिग बी) ने जब उनसे पूछा कि जवाब जानने के बाद भी उन्होंने लाइफलाइन का इस्तेमाल क्यों किया? सनोज ने कहा, “इस शो के नियम के मुताबिक 7 करोड़ रुपये के जैकपॉट प्रश्न के लिए हम किसी भी लाइफलाइन का इस्तेमाल नहीं कर सकते, इसलिए इस उत्तर के बारे में दोगुना सुनिश्चित करने के लिए, मैंने अपनी सभी लाइफलाइन को समाप्त कर दिया। और भगवान की कृपा से, मेरे लिए यह काम कर गया,"
बिग बी से कैसा इंटरेक्शन था, इस विषय में उनसे चर्चा करने के दौरान सनोज ने बताया कि सेट पर वह बहुत ही फॉर्मल तरीके से रहते थे जो कि सनोज शांत किस्म के इंसान हैं। वहीं अमिताभ बच्चन जी ने सेट के बाद भी बिहाइंड द कैमरा, सनोज को बहुत प्रोत्साहित किया और उन्होंने यह भी कहा कि अमिताभ जी को उनका व्यवहार बहुत अच्छा लगा।
सनोज से इंटरेक्शन के दौरान पूछे गए सवालों में उन्होंने कहा "केबीसी जीतना मेरे लिए गोल्डन फेज के सामान है और मैं चाहूंगा कि ऐसे मौके और मिले, इसके साथ मेरी ज़िम्मेदारी भी पहले से काफी बढ़ चुकी है। लोगों की अपेक्षाएं मुझसे काफी बढ़ गयी है तो मैं कोशिश करुंगा कि उन्हे पूरा कर सकूँ और किसी को कोई नुक्सान न पहुंचे मेरी तरफ से।"
केबीसी से जीते हुए इनाम राशि के साथ आप क्या करेंगे? सनोज ने कहा "अभी तो मैं यूपी.एस.सी की तैयारी कर रहा हूँ तो जीते हुए पैसों का मैं अपनी पढ़ाई मैं इस्तेमाल करुंगा और मेरे पापा के ऊपर निर्भर करता है जो भी वे इन पैसों का करना चाहें।"
सनोज की इस असीम सफलता के बाद वो दुनिया भर के लोगों क लिए एक प्रेरणा बन चुके है और उन्होंने अपनी मेहनत से यह साबित कर दिया कि इंसान चाहे छोटी जगह से हो या बड़े जगह से, अगर वो चाहे तो अपनी मेहनत से अपने लक्ष्य को पूरा कर सकता है।